गोंडा में दरभंगा से दिल्ली जा रही बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस को बम की सूचना पर अचानक रोका गया। सुरक्षा बलों ने दो घंटे तक ट्रेन की सघन तलाशी ली, लेकिन कोई संदिग्ध वस्तु नहीं मिली। घटना ने यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मचा दी, लेकिन अंततः यह खबर झूठी साबित हुई। जांच के बाद ट्रेन को पुनः रवाना किया गया। हाल की घटनाओं ने रेलवे सुरक्षा की गंभीरता को एक बार फिर उजागर किया है।

गोंडा में दो घंटे तक चला सर्च ऑपरेशन, यात्री हुए परेशान
गोंडा, बिहार से नई दिल्ली जा रही बिहार संपर्क क्रांति एक्सप्रेस (ट्रेन संख्या 12565) में बम की सूचना ने देर रात हड़कंप मचा दिया। दरभंगा से सुबह 8:25 बजे चली इस ट्रेन को गोंडा रेलवे स्टेशन पर अचानक रोक दिया गया, जिसके बाद सुरक्षा बलों ने ट्रेन की सघन तलाशी शुरू की। घटना की सूचना मिलते ही जीआरपी, स्थानीय पुलिस, आरपीएफ और बम निरोधक दल मौके पर पहुंचे और दो घंटे तक चलने वाले सर्च ऑपरेशन में ट्रेन के सभी कोचों की जांच की गई।
धड़ाधड़ घुस आई फोर्स, मची अफरातफरी
जब ट्रेन गोंडा स्टेशन पर पहुंची, तो यात्रियों के बीच अफरा-तफरी मच गई। सुरक्षा बलों की तेजी से कार्रवाई ने यात्रियों में चिंता बढ़ा दी, और सभी एक-दूसरे से जानने का प्रयास कर रहे थे कि आखिर क्या हुआ है। रेलवे सुरक्षा बल और स्थानीय पुलिस ने जांच के दौरान डॉग स्क्वायड का भी सहारा लिया, लेकिन राहत की बात यह रही कि लगभग सवा दो घंटे की तलाशी के बाद भी कोई संदिग्ध वस्तु या विस्फोटक पदार्थ बरामद नहीं हुआ।
अफवाह साबित हुई बम की सूचना
आखिरकार, जांच के दौरान मिली कोई भी आपत्तिजनक सामग्री न होने के बाद यह साफ हो गया कि बम की सूचना झूठी थी। इसके बाद, रेल अधिकारियों और मजिस्ट्रेट की क्लीयरेंस मिलने पर ट्रेन को पुनः रवाना किया गया। ट्रेन को गोंडा में लगभग 9:45 बजे तक रोका गया था और यह घटना यात्रियों के लिए काफी कठिनाइयों का कारण बनी।
सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठते हैं
हाल के दिनों में भारतीय रेलवे को कई बम की धमकियों का सामना करना पड़ा है, लेकिन अधिकांश मामलों में ये सूचना झूठी साबित हुई हैं। हाल ही में, हनुमान नगर रेलवे स्टेशन पर भी इसी तरह का एक खतरा मिला था, जिसे जैश ए मोहम्मद से जोड़ा गया। ऐसे में, रेलवे की सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल उठने लगे हैं।
यात्रियों का अनुभव
हमारे संवाददाता ने कुछ यात्रियों से बात की, जिन्होंने बताया कि यह स्थिति बेहद तनावपूर्ण थी। यात्रियों ने कहा, "हमने पहले कभी ऐसा अनुभव नहीं किया। अचानक ट्रेन रुकने से हमें बहुत चिंता हुई।" हालांकि, जब उन्हें पता चला कि सब कुछ ठीक है, तब उन्होंने राहत की सांस ली।
समापन
इस घटना ने एक बार फिर रेलवे सुरक्षा की अहमियत को उजागर किया है। सुरक्षा एजेंसियों की तत्परता की प्रशंसा की जानी चाहिए, लेकिन इस तरह की झूठी सूचनाओं से यात्रियों को परेशानियों का सामना करना पड़ता है। आशा है कि भविष्य में ऐसी स्थितियों से बचने के लिए ठोस कदम उठाए जाएंगे।
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