, उत्तर प्रदेश—विजेथुआ महावीरन धाम पर चल रही श्री राम कथा के चौथे दिन जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'कटोगे तो बटोगे' बयान का समर्थन किया
जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने सीएम योगी के बयान का किया समर्थन, विजेथुआ महावीरन धाम के विकास की जताई आवश्यकता
सुल्तानपुर, उत्तर प्रदेश—विजेथुआ महावीरन धाम पर चल रही श्री राम कथा के चौथे दिन जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के 'कटोगे तो बटोगे' बयान का समर्थन किया। रामभद्राचार्य ने मुख्यमंत्री के विचारों को सशक्त बताते हुए कहा कि यह बयान समाज और धर्म की रक्षा के लिए महत्वपूर्ण है। उन्होंने धाम के ऐतिहासिक महत्व पर जोर देते हुए इसके समुचित विकास की आवश्यकता पर भी बल दिया। जगद्गुरु रामभद्राचार्य ने विजेथुआ महावीरन धाम के मार्ग के चौड़ीकरण और वहां धर्मशालाओं तथा विद्यालयों की स्थापना की जरूरत पर विशेष ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि श्री राम भक्त हनुमान का यह स्थान रामायण काल का प्राचीनतम स्थल है और इसे समुचित विकास की दिशा में ले जाने के लिए ठोस कदम उठाए जाने चाहिए। उनकी मंशा है कि यहां एक सुंदर ट्रस्ट की स्थापना हो, जहां निरंतर श्री राम चरित्र मानस का पाठ होता रहे।
जगद्गुरु ने अपने व्यक्तिगत अनुभवों को साझा करते हुए बताया कि 1971 में उन्होंने पहली बार विजेथुआ धाम पर ही व्रत का उद्यापन किया था, जिससे उनका इस स्थान के प्रति गहरा भावनात्मक संबंध है। इस दौरान उन्होंने रामायण काल के प्रसंगों का उल्लेख करते हुए इस धाम के पौराणिक महत्व पर चर्चा की और इसे तीर्थस्थल के रूप में विकसित करने का सुझाव दिया। दीपोत्सव के महत्व पर बोलते हुए रामभद्राचार्य ने कहा कि आगामी दीपावली पर्व के दौरान इस पवित्र स्थान पर दीप प्रज्वलन का आयोजन अत्यंत आनंददायक और शुभ होगा। उन्होंने कहा कि यह पर्व भगवान राम की विजय और हनुमान जी की भक्ति का प्रतीक है और इस धाम पर दीपोत्सव का आयोजन एक विशेष धार्मिक महत्व रखता है। श्री राम कथा में बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित थे और जगद्गुरु रामभद्राचार्य के प्रवचनों से प्रभावित होकर विजेथुआ महावीरन धाम के विकास के लिए जनसमर्थन की अपील की जा रही है।
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