ग्रेटर नोएडा में सफाई व्यवस्था में बड़े घोटाले का खुलासा, वासियों ने प्रशासन से तत्काल कार्रवाई की मांग की है।”
ग्रेटर नोएडा, उत्तर प्रदेश – सो विंडो के रूप में विख्यात ग्रेटर नोएडा शहर की साफ-सफाई और सुरक्षा को लेकर वासियों में भारी नाराजगी है। शहर के कई सेक्टरों में सफाई व्यवस्था पूरी तरह ध्वस्त है और इसके पीछे भ्रष्ट अधिकारियों और ठेकेदारों के बीच की सेटिंग सामने आई है।
शहर के सेक्टर बीटा 1 निवासी ने बताया कि प्राधिकरण से मिलने वाले टेंडरों के लिए कुछ भ्रष्ट अधिकारी और सफाई एजेंसियों के ठेकेदार मोटी रिश्वत देकर टेंडर लेते हैं। इसके बाद ठेकेदार अपनी मनमर्जी से काम करते हैं। उन्होंने कहा कि सप्ताह में एक बार ही झाड़ू लगती है, जबकि कई जगह कूड़े के ढेर पड़े रहते हैं।

वासियों का कहना है कि पार्कों की मेंटेनेंस, स्ट्रीट लाइट और सीवर ओवरफ्लो की समस्या भी गंभीर है। जिम्मेदार और ईमानदार अधिकारियों से निवेदन किया गया है कि सभी ठेकेदारों को लिखित आदेश जारी कर कर्तव्यनिष्ठ कार्य सुनिश्चित किया जाए।
अगर प्रशासन ने समय पर कार्रवाई नहीं की, तो पूरे शहर की RWA और सेक्टर वासी मिलकर प्राधिकरण के खिलाफ आंदोलन करेंगे। शहरवासियों का कहना है कि वे सफाई, पार्कों और अन्य जन सुविधाओं की स्थिति को उजागर करेंगे और दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग करेंगे।
ग्रेटर नोएडा की सड़कों और सार्वजनिक स्थलों की स्थिति से साफ है कि नगर प्राधिकरण को अपने नागरिकों के लिए जिम्मेदारी और पारदर्शिता सुनिश्चित करनी होगी।
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