ग्रेटर नोएडा के इस्कॉन संस्थानों और प्रमुख मंदिरों में इस बार जन्माष्टमी विशेष अंदाज़ में मनाई जाएगी। पारंपरिक पूजन के साथ डिजिटल कृष्णलीला और भजन संध्या श्रद्धालुओं को भक्ति-रस में सराबोर कर देंगी।
जन्माष्टमी का पर्व इस बार ग्रेटर नोएडा में बेहद खास होने जा रहा है। शहर के छह से अधिक इस्कॉन संस्थानों और प्रमुख मंदिरों में भव्य आयोजन किए जाएंगे। जन्माष्टमी की तैयारियों को लेकर सभी मंदिरों को रंग-बिरंगी लाइटिंग और फूलों से आकर्षक ढंग से सजाया गया है। शनिवार की रात पूरा शहर श्रीकृष्ण भक्ति में सराबोर हो जाएगा।

कृष्ण प्रेमियों के लिए इस बार का उत्सव खास रहेगा, क्योंकि पारंपरिक आयोजनों के साथ-साथ आधुनिक तकनीक का संगम भी दिखाई देगा। विभिन्न मंदिरों में बड़े डिजिटल स्क्रीन पर बाल कान्हा की मनमोहक लीलाओं का जीवंत प्रदर्शन होगा। इसके साथ ही प्रसिद्ध भजन गायकों की प्रस्तुतियां वातावरण को और भी भक्तिमय बना देंगी।

सेक्टर अल्फा-1, सेक्टर ईटा-1 स्थित इस्कॉन मंदिर, डेल्टा-2, सेक्टर अल्फा-2 मार्केट और स्वर्णनगरी के मंदिरों में रात 12 बजे भगवान श्रीकृष्ण का जन्माभिषेक विविध धार्मिक विधानों के साथ होगा। श्रद्धालुओं के लिए फूलों से सजे पालनों की विशेष व्यवस्था की गई है, जिसमें वे बाल गोपाल को झूला झुलाने का सौभाग्य पाएंगे।

ईटा-1 इस्कॉन मंदिर में होने वाला डिजिटल नाट्य-प्रदर्शन मुख्य आकर्षण रहेगा। वहीं, सेक्टर अल्फा-1 के शिव मंदिर में भजन संध्या का आयोजन होगा। बीटा-2 के वैभव लक्ष्मी मंदिर में कथा वाचक नरेंद्र नंदन महाराज ने भगवान श्रीकृष्ण के कारागार जन्म का दिव्य प्रसंग सुनाकर श्रद्धालुओं को भाव-विभोर कर दिया।

उन्होंने बताया कि जैसे ही श्रीकृष्ण का जन्म हुआ, देवकी-वसुदेव की बेड़ियां टूट गईं और पहरेदार नींद में सो गए। वसुदेव जी नवजात कृष्ण को टोकरी में रखकर गोकुल की ओर बढ़े। रास्ते में तेज बारिश और बाढ़ जैसी स्थिति थी, लेकिन श्रीकृष्ण के चरणों ने यमुना के जल को शांत कर दिया। इस दिव्य यात्रा की झांकियां भी मंदिरों में सजाई गई हैं, जिन्हें देखकर भक्त भाव-विभोर हो रहे हैं।
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