असम के दीमा हसाओ जिले स्थित एक कोयला खदान में 6 जनवरी को एक भयावह घटना घटी, जब अचानक खदान में पानी भरने के कारण कई मजदूर अंदर फंस गए। इस त्रासदी में अब तक 3 श्रमिकों की जान जा चुकी है, जबकि 6 मजदूरों के फंसे होने की आशंका जताई जा रही है। रेस्क्यू ऑपरेशन में सेना, नौसेना के गोताखोर और एनडीआरएफ की टीमें जुटी हुई हैं, जो पानी को बाहर निकालने और फंसे हुए श्रमिकों को सुरक्षित बाहर निकालने के लिए हर संभव प्रयास कर रही हैं।
रेस्क्यू ऑपरेशन की शुरुआत के बाद से लगातार प्रयासों के बावजूद खदान में पानी का स्तर 100 फुट तक बढ़ गया है, जिससे राहत कार्य और मुश्किल हो गया है। अब तक एक और शव बरामद किया जा चुका है, जबकि 6 मजदूरों की तलाश जारी है। मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने इस संकट के दौरान सेना की त्वरित प्रतिक्रिया की सराहना की है, और उन्होंने ट्वीट कर आभार व्यक्त किया है।
इस हादसे में फंसे मजदूरों के नाम—गंगा बहादुर श्रेथ, हुसैन अली, जाकिर हुसैन, सरपा बर्मन, मुस्तफा शेख, खुशी मोहन राय, संजीत सरकार, लिजान मगर और सरत गोयारी बताए गए हैं। खदान मालिक पुनीश नुनिसा को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। घटना की गंभीरता को देखते हुए हर संभव प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन यह त्रासदी मानव जीवन की सुरक्षा और खदान प्रबंधन के सवालों को भी उजागर करती है।