कांग्रेस विधायक आईसी बालाकृष्णन और उनके तीन अन्य सहयोगियों के खिलाफ वायनाड जिले में एक गंभीर मामला दर्ज किया गया है। उन पर आरोप है कि उन्होंने पार्टी के सदस्य एनएस विजयन को आत्महत्या के लिए उकसाया। इस मामले में पुलिस ने भारतीय दंड संहिता की आत्महत्या के लिए उकसाने की धारा के तहत एफआईआर दर्ज की है।
पुलिस सूत्रों के अनुसार, 78 वर्षीय विजयन, जो वायनाड जिला कांग्रेस समिति के कोषाध्यक्ष थे, और उनके बेटे जिजेश की मौत के संदर्भ में यह मामला सामने आया है। जिजेश ने आत्महत्या की कोशिश की और बाद में 27 दिसंबर को कोझिकोड सरकारी मेडिकल अस्पताल में उसकी मौत हो गई।
विजयन के सुसाइड नोट में बालाकृष्णन, वायनाड डीसीसी अध्यक्ष एनडी अप्पाचन और अन्य दो नेताओं का नाम था, जो पुलिस कार्रवाई का आधार बने। सत्तारूढ़ सीपीआई (एम) ने आरोप लगाया कि बालाकृष्णन से जुड़ा एक सहकारी बैंक घोटाला दोनों के आत्महत्या के निर्णय का कारण बना। आरोप है कि विजयन ने कांग्रेस-नियंत्रित सहकारी बैंक में नौकरी दिलाने के नाम पर पैसे लिए थे, जिससे वह परेशान थे।
यह मामला अब राजनीतिक हलकों में तूल पकड़ता जा रहा है और इससे कांग्रेस पार्टी के भीतर के विवादों और घोटालों पर सवाल उठने लगे हैं।
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