गुजरात के पोरबंदर एयरपोर्ट पर रविवार दोपहर एक दिल दहला देने वाली घटना घटी, जब भारतीय तटरक्षक बल का एक हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया। यह हेलीकॉप्टर एएलएच ध्रुव था, जो नियमित उड़ान पर था। हादसा उस वक्त हुआ जब हेलीकॉप्टर लैंडिंग करने जा रहा था, और अचानक उसमें आग लग गई। इस दुर्घटना में हेलीकॉप्टर में सवार तीन लोग, जिनमें दो पायलट भी शामिल थे, अपनी जान गंवा बैठे। उन्हें गंभीर रूप से जलने की स्थिति में अस्पताल में भर्ती कराया गया था, लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।
यह हादसा भारतीय तटरक्षक बल के लिए दूसरा बड़ा झटका था, क्योंकि इससे पहले सितंबर में भी तटरक्षक बल का एक ध्रुव हेलीकॉप्टर अरब सागर में क्रैश हो गया था, जिसमें क्रू के तीन सदस्य लापता हो गए थे। हालांकि, उसमें से एक सदस्य को बचा लिया गया था। मार्च में भी नौसेना के ध्रुव हेलीकॉप्टर को अरब सागर में आपात लैंडिंग करनी पड़ी थी।
ध्रुव हेलीकॉप्टर, जिसे हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने विकसित किया था, भारतीय वायुसेना और तटरक्षक बल के लिए महत्वपूर्ण सैन्य उपकरण है। इसे उच्च परीक्षण उड़ानों के बाद 2002 में भारतीय वायुसेना में शामिल किया गया था। यह हेलीकॉप्टर एंटी टैंक गाइडेड मिसाइल्स और हवा से हवा में मार करने वाली मिसाइलों से लैस किया जा सकता है।
इस हादसे ने एक बार फिर यह साबित किया है कि भले ही ध्रुव हेलीकॉप्टर को अपनी श्रेणी का बेहतरीन हेलीकॉप्टर माना जाता हो, लेकिन इसके साथ जुड़ी जानलेवा घटनाओं का सिलसिला थमने का नाम नहीं ले रहा। पोरबंदर में हुए इस हादसे ने देशभर में शोक की लहर दौड़ा दी है।