आज सुबह तमिलनाडु के विल्लुपुरम रेलवे स्टेशन के पास एक भयानक हादसा होते-होते टल गया। पुडुचेरी जाने वाली मेमू (मेनलाइन इलेक्ट्रिक मल्टीपल यूनिट) ट्रेन का एक डिब्बा पटरी से उतर गया, लेकिन लोको पायलट की त्वरित प्रतिक्रिया और सूझबूझ ने सैकड़ों यात्रियों की जान बचा ली और एक बड़ी दुर्घटना को होने से रोक दिया।
यह घटना सुबह लगभग 5:25 बजे की है, जब विल्लुपुरम से पुडुचेरी जाने वाली मेमू ट्रेन ने अपनी यात्रा शुरू की। ट्रेन जैसे ही एक मोड़ से गुजर रही थी, उसका एक कोच अचानक पटरी से उतर गया। अगर लोको पायलट ने तुरंत ट्रेन को न रोका होता, तो हादसा बहुत बड़ा हो सकता था, लेकिन उन्होंने बखूबी स्थिति को संभाला और दुर्घटना को टाल दिया।
लोको पायलट की सूझबूझ से ट्रेन तुरंत रुक गई और सभी यात्री सुरक्षित रहे। इसके बाद रेलवे अधिकारी मौके पर पहुंचे और दुर्घटना स्थल पर मरम्मत का काम शुरू किया। अधिकारी ने बताया कि घटना में किसी भी यात्री के घायल होने की सूचना नहीं है और ट्रेन सेवाएं सुबह 8:30 बजे तक बहाल कर दी गईं।
विल्लुपुरम-पुडुचेरी मेमू ट्रेन लगभग 38 किलोमीटर की दूरी तय करती है और यह एक छोटी दूरी की ट्रेन है, जिसमें सामान्यतः लगभग 500 यात्री सवार होते हैं। इस घटना ने एक बार फिर साबित किया कि रेलवे में कर्मचारियों की तत्परता और सुरक्षा मानकों का पालन यात्रियों की सुरक्षा में अहम भूमिका निभाता है।
रेलवे अधिकारियों ने इस घटना के कारणों की जांच के आदेश दे दिए हैं। पटरी से उतरने का कारण जांच के बाद ही स्पष्ट हो सकेगा, लेकिन प्रारंभिक रिपोर्ट्स के अनुसार, ट्रेन का पटरी से उतरना एक अप्रत्याशित घटना थी।
हालांकि, इस दुर्घटना से बड़ी जानमाल की क्षति होने से बच गई, लेकिन यह घटना रेलवे अधिकारियों और कर्मचारियों की तत्परता और उनके द्वारा समय पर की गई कार्रवाई का उदाहरण पेश करती है।