युवाओं को व्यावसायिक शिक्षा और कौशल विकास के माध्यम से रोजगार दिलाने की सीएम योगी की मुहिम का हो रहा असर। औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों के 36843 और कौशल विकास मिशन के 29354 प्रशिक्षार्थियों को विभिन्न कंपनियों में कराया गया सेवायोजित।
विधानसभा में दी गई जानकारी, रोजगार प्राप्त करने वालों में सभी 18 मंडलों से 75 जिलों के प्रशिक्षित अभ्यर्थी शामिल।
लखनऊ, 8 फरवरी। युवाओं का कौशल निखारकर उन्हें रोजगार दिलाने के लिए योगी सरकार प्रतिबद्धता से कार्य कर रही है। इसी क्रम में वित्तीय वर्ष 2023-24 में योगी सरकार औद्योगिक प्रशिक्षण संस्थानों से प्रशिक्षित 36843 अभ्यर्थियों को सेवायोजित कराने में सफल रही है तो वहीं उत्तर प्रदेश कौशल विकास मिशन के माध्यम से कुल 29354 प्रशिक्षार्थियों को विभिन्न कंपनियों में सेवायोजित कराया गया है। इस तरह व्यावसायिक शिक्षा के जरिए प्रदेश के 66 हजार से ज्यादा युवाओं को विभिन्न कंपनियों में रोजगार के अवसर प्राप्त हुए हैं। सबसे महत्वपूर्ण बात ये है कि रोजगार प्राप्त करने वालों में सभी 18 मंडलों के 75 जिलों से छात्र शामिल हैं। उत्तर प्रदेश विधानसभा में जारी बजट सत्र के दौरान प्रश्नकाल में पूछे गए एक सवाल के जवाब में यह जानकारी प्रदान की गई है।
ग्रामीण कौशल्य योजना में 3 वर्षों के अंदर 32 हजार से ज्यादा अभ्यर्थी चयनित
एक अन्य प्रश्न के जवाब में बताया गया कि प्रदेश में संचालित दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के अंतर्गत वित्तीय वर्ष 2020-21 से 2022-23 तक कुल 91070 अभ्यर्थियों का नामांकन किया गया है। कुल नामांकित अभ्यर्थियों में से 64047 को कौशल प्रशिक्षित किया गया है एवं उनमें से 32796 को सेवायोजित किया गया है। वित्तीय वर्ष 2020-21 से 2022-23 तक प्रदेश के समस्त जनपदों में प्रशिक्षित किए गए। अभ्यर्थियों पर कुल 5,46,96,92,573 रुपए व्यय किए गए। ये भी कहा गया है कि इन वित्तीय वर्षो में दीन दयाल उपाध्याय ग्रामीण कौशल्य योजना के अंतर्गत भारत सरकार द्वारा निर्धारित लक्ष्यों की पूर्ति कर ली गई है।