इंदौर में दिनदहाड़े ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम के खिलाड़ियों से छेड़छाड़ करने वाला आदतन अपराधी अकील उर्फ ‘नाइट्रा’ गिरफ्तार, छह घंटे चली हाई-वोल्टेज पुलिस कार्रवाई में सलाखों के पीछे
इंदौर के खजराना इलाके में दिनदहाड़े ऑस्ट्रेलियाई महिला क्रिकेट टीम की दो खिलाड़ियों से छेड़छाड़ करने वाले 29 वर्षीय अपराधी अकील उर्फ ‘नाइट्रा’ की गिरफ्तारी ने शहर की सुरक्षा व्यवस्था पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस रिकॉर्ड के मुताबिक, अकील कोई नया अपराधी नहीं है। उसके खिलाफ 10 गंभीर मामले दर्ज हैं, जिसमें छेड़छाड़, लूट, डकैती, हमला और हत्या के प्रयास शामिल हैं।
घटना 23 अक्टूबर की सुबह हुई, जब अकील बाइक पर खजराना रोड स्थित ‘द नेबरहुड कैफे’ की ओर पैदल जा रही खिलाड़ियों के पास गया। उसने सेल्फी लेने का बहाना बनाकर अशोभनीय हरकत की और भाग निकला, लेकिन कुछ मिनट बाद वापस लौटा और दूसरी खिलाड़ी से भी छेड़छाड़ कर फरार हो गया। खिलाड़ियों ने तुरंत टीम सिक्योरिटी मैनेजर डैनी सिमंस को लाइव लोकेशन भेजकर SOS अलर्ट जारी किया।

इंदौर पुलिस कमिश्नरेट ने पाँच थानों की टीमें खजराना, एमआईजी, विजय नगर, राजेंद्र नगर और बाणगंगा को मैदान में उतारा। छह घंटे तक चली हाई-वोल्टेज पीछा कार्रवाई के बाद अकील को गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी के समय उसका पैर और हाथ टूटे हुए थे, प्लास्टर में बंधा हुआ और चेहरा डर से सना हुआ था।
अकील पेशे से पेंटर है और उसके माता-पिता मजदूरी करते हैं। भैरवगढ़ जेल में 10 साल की सज़ा काट चुका, चार महीने पहले पैरोल पर रिहा हुआ और फिर वही रास्ता अपनाया। घटना के बाद प्रदेश में आक्रोश फैल गया। मध्यप्रदेश खेल मंत्री विश्वास सारंग और बीजेपी विधायक रमेश्वर शर्मा ने सख्त कार्रवाई और राष्ट्रीय सुरक्षा कानून के तहत दंड की बात कही।
अकील की गिरफ्तारी केवल अपराधी की कहानी नहीं, बल्कि सिस्टम की नाकामी की कहानी भी है। सवाल यह है कि क्या इंदौर, जो खुद को “सुरक्षित शहर” कहता है, वास्तव में सुरक्षित है?
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