नोएडा, रविवार, 8 जून 2025 – केंद्रीय आर्य युवक परिषद के तत्वावधान में एमिटी इंटरनेशनल स्कूल, सेक्टर 44, नोएडा में चल रहे "आर्य युवक चरित्र निर्माण शिविर" के आठवें दिन राष्ट्रभक्ति, अनुशासन और सच्चे आचरण की अलख जगाई गई। शिविर का आरंभ दीप प्रज्वलन से हुआ, जिसे प्रसिद्ध वेद भाष्यकार प्रो. नरेन्द्र आहूजा विवेक ने संपन्न किया।

अपने उद्बोधन में प्रो. विवेक ने वैदिक मंत्र "यदि वीरो अनुष्यात अग्नि इन्धित मृतयः" की व्याख्या करते हुए युवाओं को कर्म के प्रति जागरूक किया। उन्होंने कहा कि "हमारे कार्य हमारे भविष्य के दर्पण हैं। राष्ट्र रक्षा के लिए सत्य और ज्ञान की अग्नि से अपने अंतर्मन को प्रज्वलित करना आवश्यक है।" उन्होंने हर श्वास के साथ सत्कर्म करने की प्रेरणा दी और युवाओं से आह्वान किया कि वे देश के लिए अपने जीवन को समर्पित करने का संकल्प लें।

शिविर का माहौल देशभक्ति गीतों से और भी ऊर्जावान हो उठा, जब प्रसिद्ध भजनगायिकाएं पिंकी आर्या, अंजू आहूजा, ममता चौहान, नरेश चन्द्र और प्रवीण आर्य ने वीररस से ओतप्रोत भजन प्रस्तुत किए। हर गीत ने युवाओं के मन में नये उत्साह और प्रेरणा का संचार किया।
मुख्य अतिथि हास्य योग गुरु श्री जितेन कोही ने शिविरार्थियों को हँसी के माध्यम से तन-मन को स्वस्थ रखने की कला सिखाई। उन्होंने ‘मौन हास्य’, ‘ट्रैक्टर स्टार्ट हँसी’, ‘ताली हास्य’, ‘बेली हँसी’, ‘हो-हो, हा-हा’ जैसे अभ्यास कराए, जिन्हें युवाओं ने आनंदपूर्वक अपनाया। श्री कोही ने बताया, “जब हम दिल खोलकर हँसते हैं, तो हमारे शरीर की ऊर्जा जागृत हो जाती है। यह सिर्फ मन की खुशी नहीं, शरीर की भी मरम्मत है। हँसी से शरीर की नसों में गति आती है, हृदय में बल और मन में प्रसन्नता का संचार होता है।”

अपने अध्यक्षीय वक्तव्य में डॉ. आर. के. आर्य (निदेशक, स्वदेशी आयुर्वेदा, हरिद्वार) ने कहा कि “महर्षि दयानंद के विचार केवल विचार नहीं, बल्कि जीवन का मार्ग हैं। यदि आप ईमानदारी से वैदिक जीवनशैली अपनाएं, तो जीवन में कोई भी बुराई पास नहीं आ सकती।” उन्होंने युवाओं को चार मूल बातों की सतत समीक्षा का आग्रह किया – शरीर की देखभाल, सम्मान की रक्षा, रिश्तों की सच्चाई और आमदनी के साधनों की पारदर्शिता।
डॉ. आर्य ने आगे कहा कि “स्वच्छता केवल शरीर या स्थान की नहीं, विचारों की भी होनी चाहिए। यदि हम अपने परिवेश को स्वच्छ रखते हैं, तो हम अपनी सांस्कृतिक धरोहर को संजोते हैं और आने वाली पीढ़ियों को मजबूत आधार देते हैं।”

शिविर का संचालन परिषद अध्यक्ष अनिल आर्य ने कुशलतापूर्वक किया और महेन्द्र भाई ने सभी का आभार प्रकट किया।
हे प्रभो! आर्य वीरों में जागे राष्ट्र समर्पण की ज्वाला
हँसी में छिपा है स्वास्थ्य का राज, वेदों में जीवन का आधार

COMMENTS