ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने सामुदायिक और लावारिस पशुओं की देखभाल के लिए एक बड़ा कदम उठाया है। शहर में तेजी से बढ़ते शहरीकरण और जनसंख्या के साथ-साथ पशु कल्याण एक गंभीर चुनौती बन गई है। इस दिशा में प्राधिकरण ने जलपुरा स्थित गोशाला में एक पूर्णकालिक और अनुभवी पशु चिकित्सक की नियुक्ति की है, जो न केवल गोवंश की देखभाल करेंगे, बल्कि शहर में घायल, बीमार या आक्रामक पशुओं का इलाज भी करेंगे।
इस पहल का मुख्य उद्देश्य न केवल पशुओं की चिकित्सा करना है, बल्कि नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित करना भी है, क्योंकि लावारिस पशु सड़क दुर्घटनाओं, संक्रमणों और अन्य स्वास्थ्य खतरों का कारण बन सकते हैं। इसके साथ ही, प्राधिकरण ने एक हेल्पलाइन नंबर 8860006496 जारी किया है, ताकि नागरिक किसी भी घायल या बीमार पशु की सूचना तत्काल दे सकें।
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने जलपुरा गोशाला को एक मॉडल पशु कल्याण केंद्र बनाने का भी लक्ष्य रखा है, जिसमें आधुनिक पशु चिकित्सा सुविधाएं, आइसोलेशन कक्ष, टीकाकरण और पुनर्वास सेवाएं शामिल होंगी। यह कदम न केवल पशु कल्याण, बल्कि मानव-पशु सह-अस्तित्व की दिशा में भी महत्वपूर्ण साबित होगा।
प्राधिकरण का यह कदम दिखाता है कि किसी भी शहर की सच्ची परिपक्वता सिर्फ संरचनाओं और विकास में नहीं, बल्कि समाज में संवेदनशीलता और जिम्मेदारी की भावना में भी झलकती है। नागरिकों को इस पहल में सक्रिय रूप से भाग लेने के लिए प्रेरित किया गया है, ताकि एक करुणामयी और सुरक्षित समाज का निर्माण हो सके।
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