खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान की मौत:2 बहनों का इकलौता भाई था; हालात तनावपूर्ण, 2 किसानों की हालत अभी गंभीर हरियाणा-पंजाब के दातासिंहवाला-खनौरी बॉर्डर पर बवाल मचा हुआ है। करीब एक घंटे तक यहां स्थिति तनाव पूर्ण रही।
खनौरी बॉर्डर पर युवा किसान की मौत:2 बहनों का इकलौता
भाई था; हालात तनावपूर्ण, 2 किसानों की हालत अभी गंभीर हरियाणा-पंजाब के
दातासिंहवाला-खनौरी बॉर्डर पर बवाल मचा हुआ है। करीब एक घंटे तक यहां स्थिति तनाव
पूर्ण रही। पुलिस ने किसानों काे खदेड़ने के लिए आंसू गैस के गोले चलाए। वहीं
प्लास्टिक की गोलियां चलाई गई हैं। आंदोलन की अगुआई कर रहे किसान नेता सरवण पंधेर
ने कहा है कि खनौरी बॉर्डर पर एक युवा किसान की मौत हो गई है। वह दो बहनों का
इकलौता भाई था। किसान नेताओं का कहना है कि खनौरी (संगरूर) में किसान प्रदर्शन
दौरान एक युवा किसान की मौत हो गई है। युवक शुभकरण (23) बठिंडा में
रामपुरा इलाके के बल्लो गांव का रहने वाला था। शुभकरण की बॉडी पटियाला के
राजेंद्रा मेडिकल कॉलेज एंड अस्पताल लाई गई है।बताया गया है कि प्रदर्शन दौरान
शुभकरण पुत्र चरणजीत सिंह के सिर में कोई चीज लगने की वजह से हैड इंजरी हुई, जिसमें उसकी मौत
हो गई। प्रदर्शन स्थल से ही युवक को खनौरी के एक प्राइवेट अस्पताल में ले जाया गया, जहां उसे गाड़ी
में ही मृतक घोषित कर दिया गया।खनौरी बॉर्डर पर पुलिस से हुई झड़प में 50 से ज्यादा
किसानों को हल्की और गहरी चोटें भी आयी हैं। 12 घायल अभी पटियाला के राजिंदरा अस्पताल
में भर्ती हैं। इनमें 2 की हालत गंभीर बनी हुई है। वहीं बैरिकेडिंग के इस
तरफ घायल हुए किसान को नरवाना के सिविल अस्पताल में लाया गया है। बताया
जा रहा है कि किसान को छर्रे लगे हैं। इस बीच किसानों ने कहा है कि वे 4 बजे तक इंतजार
करेंगे। इसके बाद आगे बढ़ेंगे। किसान नौजवान सभा के बबलू मिर्चपुर ने बताया कि
प्रशासन की तरफ से ही गोलियां चलाई गई हैं।इससे पहले किसानों ने सवा 11 बजे दिल्ली कूच
का ऐलान किया था। खनौरी बॉर्डर पर भारी पुलिस फोर्स तैनात है। किसान भी ट्रैक्टरों
के अलावा JCB-पोकलेन मशीनें लेकर पहुंचे हैं। किसानों व पुलिस के बीच फिलहाल
तनातनी का माहौल बना हुआ है। पंजाब बॉर्डर पर मौजूद किसान नेता और नौजवान सभा सदस्य बबलू
मिर्चपुर ने बताया कि 10 हजार से ज्यादा ट्रैक्टरों का काफिला पहुंचा है।
सबसे आगे JCB है। 30 से ज्यादा JCB और हाइड्रोलिक मशीनें आगे बढ़ेंगी। उसके पीछे
नौजवान होंगे और उसके बाद बुजुर्ग आएंगे। आंदोलन की अगुआई युवा करेंगे। अभी वे
नेताओं के आदेश के इंतजार में हैं। निर्देश मिलते ही बैरिकेडिंग तोड़ी जाएगी।बबलू
मिर्चपुर ने बताया कि हिसार के खेड़ी चौपटा में किसानों का मोर्चा लगा है। वहां से
भी किसान साढ़े 11 बजे कूच करेंगे। ये किसान उचाना होते हुए बॉर्डर पर
आएंगे।