ईपीएफओ की उत्तर प्रदेश क्षेत्रीय समिति की 117वीं बैठक कानपुर में हुई, जिसमें 41 लाख सक्रिय खाते, ₹6061.92 करोड़ दावों का भुगतान और 27,887 नए प्रतिष्ठानों के पंजीकरण जैसे महत्वपूर्ण बिंदुओं पर चर्चा की गई।
कानपुर में कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (ईपीएफओ) की उत्तर प्रदेश क्षेत्रीय समिति की 117वीं बैठक प्रमुख सचिव श्रम, डॉ. एम.के. शन्मुगा सुन्दरम् की अध्यक्षता में सम्पन्न हुई। बैठक में नियोक्ता एवं कर्मचारी संगठनों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया।
प्रमुख सचिव ने निर्देश दिया कि रोजगार मेले, निवेश समिट और एक्सपो में ईपीएफओ की सक्रिय भागीदारी सुनिश्चित की जाए। उन्होंने नवगठित उत्तर प्रदेश सेवा निगम के साथ बेहतर समन्वय पर जोर दिया और ‘निधि आपके निकट’ कार्यक्रम को हर माह 27 तारीख को सभी जिलों में प्रमुख स्थानों पर आयोजित करने की बात कही। संविदा कर्मचारियों की भविष्य निधि अनुपालना पारदर्शी बनाने के लिए प्रधान नियोक्ता पोर्टल पर पंजीकरण बढ़ाने की भी अपील की।

बैठक में बताया गया कि प्रदेश में वर्तमान में 41,37,654 सक्रिय खाते हैं। चालू वित्तीय वर्ष में 21,60,155 दावों पर ₹6061.92 करोड़ का भुगतान किया गया है। 27,887 नए प्रतिष्ठान ईपीएफओ के दायरे में आए हैं, जिनमें नोएडा से 13,811, मेरठ से 3,264 और लखनऊ से 3,063 शामिल हैं। इस दौरान ₹17.82 करोड़ की वर्तमान मांग और ₹60.76 करोड़ की बकाया मांग वसूल की गई।
बैठक में 6.5 लाख ईपीएस-1995 पेंशनर्स में से लगभग 1.41 लाख के जीवन प्रमाण-पत्र न मिलने का मुद्दा भी उठा। प्रमुख सचिव ने जिलाधिकारियों को राजस्व मशीनरी के जरिए प्रमाण-पत्र सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। साथ ही, सहारनपुर, अलीगढ़ और मुजफ्फरनगर में ईपीएफओ जिला कार्यालय हेतु भूमि की आवश्यकता पर भी चर्चा हुई।

अंत में, क्षेत्रीय भविष्य निधि आयुक्त प्रथम शाहिद इकबाल ने धन्यवाद ज्ञापित किया।
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