पाकिस्तान और टेस्ला के मालिक एलन मस्क के बीच एक विवाद गहरा गया है, जिसने अब पूरी दुनिया का ध्यान आकर्षित किया है। यह विवाद तब शुरू हुआ, जब मस्क ने ब्रिटेन के एक ग्रूमिंग गैंग मामले को लेकर पाकिस्तानी समुदाय पर आरोप लगाए थे, जिसके बाद पाकिस्तान में हलचल मच गई। अब, पाकिस्तान ने मस्क से एक शर्त रखी है—"पहले माफी मांगो, फिर तुम्हारी कंपनी स्टारलिंक को पाकिस्तान में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू करने की मंजूरी मिलेगी।"
मस्क के बयान ने उफान मचाया
यह पूरा विवाद एलन मस्क के उस ट्वीट के बाद शुरू हुआ, जिसमें उन्होंने ब्रिटेन के रॉदरहैम में हुए एक ग्रूमिंग गैंग मामले का जिक्र किया। यह मामला 2014 का है, जिसमें दक्षिण एशियाई मूल के कई लोगों पर 16 साल से कम उम्र की लड़कियों के साथ दुष्कर्म करने का आरोप था। मस्क ने इस घटना को लेकर पाकिस्तानियों का नाम लिया, जिसके बाद पाकिस्तानी नेताओं ने इसे देश की छवि पर हमला मानते हुए इसे कड़ी प्रतिक्रिया दी।
मस्क ने ट्वीट करते हुए लिखा था कि इस तरह के अपराधों के पीछे पाकिस्तानियों का हाथ था, जिसे लेकर पाकिस्तान में भारी नाराजगी फैल गई। हालांकि, मस्क का यह ट्वीट पूरी दुनिया में वायरल हुआ और पाकिस्तान की राजनीति में भी भूचाल ला दिया।
पाकिस्तान सरकार की प्रतिक्रिया
पाकिस्तान की संसद में यह मामला उठाया गया, जहां सांसदों ने मस्क के बयान की कड़ी निंदा की। संसद की सूचना प्रौद्योगिकी और दूरसंचार समिति ने इस मुद्दे पर एक बैठक की और मस्क के बयान को "पाकिस्तान विरोधी प्रचार" करार दिया। समिति के अध्यक्ष पलवाशा मोहम्मद जई खान ने कहा कि मस्क से माफी की मांग की जा रही है और केवल माफी मिलने के बाद ही उनकी कंपनी स्टारलिंक को पाकिस्तान में सैटेलाइट इंटरनेट सेवा का लाइसेंस दिया जाएगा।
पाकिस्तान के सांसदों ने इसे अपनी संसद के अपमान के रूप में देखा और इसे किसी भी हाल में बर्दाश्त नहीं करने का निर्णय लिया। हालांकि, इस बयान के बाद पाकिस्तान सरकार ने यह साफ कर दिया कि वे मस्क से माफी की उम्मीद कर रहे हैं, लेकिन उन्होंने यह भी कहा कि यह एक पूर्व शर्त नहीं है—लेकिन इसे पर विचार किया जाएगा।
प्रियंका चतुर्वेदी की पोस्ट ने बढ़ाया विवाद
यह विवाद और भी तब बढ़ा, जब शिवसेना (यूबीटी) की राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने मस्क के ट्वीट पर प्रतिक्रिया दी। चतुर्वेदी ने मस्क से पूछा कि "अगर वह पाकिस्तान के खिलाफ इतने बड़े बयान दे रहे हैं, तो क्या इसके लिए वह पूरे एशियाई समुदाय को दोषी मानेंगे?" प्रियंका चतुर्वेदी के इस सवाल पर मस्क ने जवाब दिया, "सच।"
मस्क का यह जवाब पाकिस्तान को और भी गहरा आघात देने वाला साबित हुआ, क्योंकि उन्होंने एशियाई समुदाय को भी संदिग्ध ठहराया, जबकि पाकिस्तान के नेताओं ने इसे एक जनहित की साजिश मान लिया। इस जवाब के बाद पाकिस्तान के नेताओं ने मांग की कि मस्क को अपनी टिप्पणी के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए।
स्टारलिंक के आवेदन पर फैसला
इस सबके बीच, मस्क की कंपनी स्टारलिंक ने पाकिस्तान में अपनी सैटेलाइट इंटरनेट सेवा शुरू करने के लिए लाइसेंस के लिए आवेदन किया था। पाकिस्तान सरकार ने अभी तक इसे मंजूरी नहीं दी है और अब यह मामला मस्क से माफी की शर्त से जुड़ गया है। पाकिस्तान सरकार की ओर से यह स्पष्ट किया गया है कि केवल मस्क से माफी मिलने के बाद ही उनका आवेदन स्वीकार किया जाएगा।
मस्क और पाकिस्तान सरकार के बीच इस विवाद के बाद, यह सवाल उठने लगा है कि क्या मस्क को अपनी कंपनी के कार्यों के लिए सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए या नहीं। साथ ही, यह भी देखा जा रहा है कि इस विवाद के चलते पाकिस्तान की राजनीति और सोशल मीडिया में मस्क के खिलाफ आक्रोश और बढ़ सकता है।
मस्क के ट्वीट और पाकिस्तानियों का गुस्सा
एलन मस्क के ट्वीट ने पाकिस्तानियों को इस हद तक आहत किया कि उन्होंने सोशल मीडिया और अन्य प्लेटफार्मों पर विरोध जताया। मस्क के बयान के बाद पाकिस्तान के नेताओं ने इसे "राष्ट्र की छवि को नुकसान पहुंचाने" के रूप में देखा। वहीं, पाकिस्तान के आम लोग भी मस्क के खिलाफ गुस्से में आ गए और इस मुद्दे को हर स्तर पर उठाया गया।
अंतिम फैसला: माफी या मंजूरी?
अब यह मामला इस मोड़ पर आ पहुंचा है कि पाकिस्तान की संसद और सरकार ने यह तय कर दिया है कि यदि एलन मस्क माफी मांगते हैं, तो ही उनके स्टारलिंक प्रोजेक्ट को मंजूरी दी जाएगी। इसके बिना, पाकिस्तान में मस्क की कंपनी के लिए कोई लाइसेंस जारी नहीं किया जाएगा। यह विवाद अब सिर्फ व्यापारिक नहीं बल्कि एक राजनैतिक और सामाजिक मुद्दा बन चुका है, जो पाकिस्तान और मस्क के बीच तनाव का कारण बन रहा है।
पाकिस्तान सरकार की तरफ से यह संदेश स्पष्ट है—"मस्क से माफी की उम्मीद की जा रही है। यदि वह माफी मांगते हैं, तो ही उनकी कंपनी को पाकिस्तान में ऑपरेशन्स की मंजूरी दी जाएगी।"
यह विवाद अब न केवल पाकिस्तान और मस्क के बीच व्यापारिक संबंधों को प्रभावित कर रहा है, बल्कि यह वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान के खिलाफ की गई टिप्पणियों के लिए मस्क को शर्मिंदा करने का भी एक प्रयास है।
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