डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति बनने के बाद व्हाइट हाउस की वेबसाइट से स्पेनिश पेज बंद कर दिया गया, जिससे हिस्पैनिक समुदाय में नाराजगी फैल गई। समुदाय का कहना है कि यह उनके अधिकारों को नजरअंदाज करने जैसा है।
अमेरिका में डोनाल्ड ट्रंप के राष्ट्रपति पद की शपथ लेने के बाद से व्हाइट हाउस की वेबसाइट पर स्पेनिश भाषा का पेज अचानक बंद हो गया, और इसके बाद से देश के हिस्पैनिक समुदाय में भारी नाराजगी देखी जा रही है। जब हिस्पैनिक लोग व्हाइट हाउस की वेबसाइट पर स्पेनिश पेज पर जाने की कोशिश करते हैं, तो उन्हें Error 404 का संदेश मिल रहा है, जिससे उन्हें यह एहसास हो रहा है कि जैसे उनकी आवाज़ और पहचान को नजरअंदाज किया जा रहा हो। यह कदम खासकर उन लाखों हिस्पैनिक अमेरिकियों के लिए एक बड़ा झटका है जिन्होंने ट्रंप के चुनाव प्रचार को समर्थन दिया था।
एक समुदाय के मुंह पर तमाचा!
न्यूयॉर्क में रहने वाली एक हिस्पैनिक समुदाय की सदस्य मोनिका रिवेरा ने इस पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा, “यह एक गंभीर संदेश है। हम, जो अमेरिका में 4.3 करोड़ की आबादी का हिस्सा हैं और जिनकी पहली भाषा स्पेनिश है, हमें व्हाइट हाउस से दूर किया जा रहा है। यह हमें यह बताने की कोशिश है कि हम यहां विदेशी हैं और इस देश के लिए अहम नहीं हैं।” रिवेरा की ये बातें उन सभी हिस्पैनिक लोगों की सोच को दर्शाती हैं, जो देश की राजनीति में सक्रिय हैं और जिनका विश्वास पिछले राष्ट्रपति चुनावों में ट्रंप पर था।
क्या फिर से बंद होगा स्पेनिश पेज?
व्हाइट हाउस के मुख्य उप मीडिया सचिव, हैरिसन फील्ड्स ने सफाई देते हुए कहा कि वेबसाइट का विकास कार्य जारी है, जिसके चलते स्पेनिश पेज बंद किया गया है। उन्होंने आश्वासन दिया कि इसे जल्द ही फिर से ऑनलाइन कर दिया जाएगा। लेकिन यह कोई नई बात नहीं है, क्योंकि ट्रंप के पिछले कार्यकाल के दौरान, 2017 में भी यही स्थिति उत्पन्न हुई थी। उस समय भी यह कहा गया था कि पेज जल्द ही फिर से बहाल किया जाएगा, लेकिन वह वादा 2021 में जो बाइडन के प्रशासन के दौरान पूरा हुआ था।
हिस्पैनिक समुदाय की बढ़ती नाराजगी
स्पेनिश पेज के बंद होने से अमेरिका के हिस्पैनिक समुदाय में गहरी नाराजगी है। एक अन्य हिस्पैनिक नागरिक, एंथनी हर्नांडेज़ ने कहा, “यह उन लोगों के मुंह पर तमाचा है जिन्होंने ट्रंप को वोट दिया था। स्पेनिश पेज के बंद होने से लाखों लोग प्रभावित होंगे, विशेष रूप से वे जो कानूनी तरीके से अमेरिका में आकर बस गए हैं।”
अमेरिका में हिस्पैनिक समुदाय की भूमिका और महत्व
अमेरिका में हिस्पैनिक लोगों की आबादी लगातार बढ़ रही है और यह समुदाय देश के सबसे बड़े अल्पसंख्यक समुदाय के रूप में उभरकर सामने आया है। 2023 तक, अनुमान के मुताबिक अमेरिका में हिस्पैनिक लोगों की आबादी करीब 4.3 करोड़ तक पहुंच जाएगी, जो देश की कुल जनसंख्या का महत्वपूर्ण हिस्सा है। इस समुदाय के लिए व्हाइट हाउस की वेबसाइट से स्पेनिश पेज का गायब होना, उनकी आवाज़ को दबाने जैसा प्रतीत हो रहा है।
क्या यह कदम ट्रंप के प्रशासन की सोच को दर्शाता है?
यह सवाल उठता है कि क्या व्हाइट हाउस के स्पेनिश पेज को बंद करना ट्रंप प्रशासन की उस सोच का परिणाम है जो हिस्पैनिक समुदाय को पूरी तरह से अपनी प्राथमिकता में नहीं मानता। हालांकि ट्रंप प्रशासन का कहना है कि यह एक तकनीकी समस्या है, लेकिन इसने पहले भी ऐसे विवादों को जन्म दिया है। अब देखना होगा कि प्रशासन इस मुद्दे पर किस तरह की कार्रवाई करता है और क्या हिस्पैनिक समुदाय के अधिकारों को सही तरीके से सम्मानित किया जाएगा।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि अमेरिका जैसे बहु-सांस्कृतिक देश में, किस तरह से अल्पसंख्यक समुदायों की अहमियत और उनकी आवाज़ को प्राथमिकता दी जानी चाहिए।
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