सुलतानपुर। तीन माह पूर्व जांच कमेटी द्वारा ग्राम पंचायत की जांच में भारी अनियमता पाई गई, जिसके लिए ग्राम प्रधान व तत्कालीन ग्राम पंचायत अधिकारी संगीता पाल को बराबर दोषी पाया गया. जिलाधिकारी द्वारा ग्राम प्रधान को निलंबित कर दिया गया पर ग्राम पंचायत अधिकारी के विरुद्ध कार्यवाही के लिए डीपीआरओ को निर्देश दिए, परंतु अभी तक सेक्रेटरी के विरुद्ध में कार्यवाही नहीं हो सकी. जिसको लेकर चर्चाओं का दौरा गरम है कार्यवाही के लिए अब किसान संगठन ने कमर कस ली है.
किसान संगठन के जिला अध्यक्ष सूर्यनाथ सिंह ने जिलाधिकारी व अवर मुख्य सचिव पंचायती राज उत्तर प्रदेश को भेजे गए शिकायती पत्र में आरोप लगाया है कि मामला जयसिंहपुर विकासखंड के ग्राम पंचायत फतेहपुर संगत का है. जिलाधिकारी द्वारा गठित जांच टीम ने ग्राम पंचायत में जांच कर लाखों रुपए का गबन पाया था. जिसके लिए ग्राम प्रधान नीलम व ग्राम पंचायत अधिकारी संगीता पाल दोषी पाई गई थी। जिलाधिकारी द्वारा ग्राम प्रधान के पावर सीज कर दिए गए और सेक्रेटरी के खिलाफ अनुशासन करवाई के लिए डीपीआरओ को निर्देशित किया गया, परंतु आरोपित ग्राम पंचायत अधिकारी संगीता पाल के डीपीआरओ कार्यालय में सेटिंग गेटिंग के चलते अभी तक जिला पंचायत राज अधिकारी अभिषेक शुक्ला द्वारा सेक्रेटरी के विरुद्ध कार्यवाही नहीं की गई. जिसको लेकर तरह-तरह की चर्चाएं विभाग में चल रही हैं। अब सवाल यह उठता है कि जब जांच में ग्राम प्रधान के विरुद्ध कार्रवाई हो गई और डीएम का निर्देश भी मिल गया, तो आखिर जिला पंचायत राज अधिकारी अभिषेक शुक्ला सेक्रेटरी के खिलाफ कार्रवाई क्यों नहीं कर रहे हैं. क्या सेक्रेटरी के भ्रष्टाचार को छिपाने के लिए डीपीआरओ व उनके स्टाफ स्वयं तो सेक्रेटरी को संरक्षण नहीं दे रहे है.