कस्बे से सटे सैतापुर सराय गांव में जंगल के बीच बाबा जनवारीनाथ धाम का मंदिर है। धाम में स्थित शिवलिंग की स्थापना का कोई ज्ञात स्रोत नहीं है। लिहाजा, इसे श्रद्धालु स्वत: स्फूर्त शिवलिंग के रूप में पूजते हैं। कस्बे समेत आसपास के गांवों व जनपदों से भी पूजन अर्चन व जलाभिषेक के लिए लोग यहां पहुंचते हैं। प्रत्येक सोमवार को होने वाली संध्या कालीन मंगला आरती में भी काफी संख्या में शिव भक्तों की भीड़ रहती है कई जिलों के लोगों की आस्था व श्रद्धा के केंद्र धाम में अब लोग निजी कार्यक्रम भी आयोजित करने लगे हैं।
वर-वधू दिखाई से लेकर विवाह की रस्में भी भोलेनाथ के दरबार में निभाई जा रही हैं। इसके अलावा लोग रूद्राभिषेक ,सत्य नारायण व्रत कथा, मुंडन,भंडारा व अन्य मांगलिक आयोजन से धाम में अपने करीबी लोगों को आमंत्रित करते हैं कई श्रद्धालुओं ने निजी धन से बेंच, विभिन्न देवी देवताओं के मंदिर हैंडपंप, धर्मशालाएं बनवाई हैं। पर्यटन विभाग से अनेक निर्माण कार्य हुए हैं।
बाबा जनवरीनाथ धाम पर आस्था से भरे शिव भक्तों ने महाशिवरात्रि के पावन पर्व पर आज लोगो के लिए तरह तरह की सुविधाएं भी दी है।बाबा जनवारी नाथ धाम सेवा संस्थान ने लाखों की संख्या में आने वाले शिव भक्तों के लिए महाप्रसाद की व्यवस्था की है तो आने वाले दिव्यांग ,अशक्त ,गर्भवती,वृद्ध भक्तो के लिए पार्किंग स्थल से धाम तक 05 निःशुल्क ई रिक्शा की व्यवस्था की है महाशिवरात्रि पर गर्भ गृह एवम मंदिर परिसर की समय समय पर सफाई करने हेतु संस्थान के आई कार्ड धारक वालिंटरों की नियुक्ति भी की गई है धाम में सीसी टीवी कैमरे समुचित प्रकाश की व्यवस्था भी हैं उप जिलाधिकारी दीपक वर्मा से जनवारीनाथ धाम संस्थान के पदाधिकारियों ने लिखित रूप से शिवरात्रि के पावन पर्व पर साफ सफाई मेडिकल कैंप यातायात व्यवस्था दुकानों को व्यवस्थित लगवाने में सहयोग की अपेक्षा की है लंभुआ कोतवाल अखंड देव मिश्रा द्वारा बाबा जनवारी नाथ धाम के पदाधिकारियों के साथ मेला परिसर का भ्रमण कर दुकानों को व्यवस्थित लगवाने एवम सुगम यातायात व्यवस्था सुनिश्चित करने हेतु सभी को निर्देशित किया गया है भक्तो के प्रवेश व निकासी के लिए पुरुष महिला की अलग व्यवस्था की जा रही है निकासी गेट पर श्रद्धालुओं हेतु रोली चंदन टीका की व्यवस्था की गई है।