उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर में तीनों तहसीलों दादरी, सदर और जेवर में आयोजित संपूर्ण समाधान दिवस में अधिकारियों ने जनता की समस्याओं को सीधे सुना और मौके पर ही 13 शिकायतों का समाधान किया। महिलाओं के लिए हेल्प एंड असिस्टेंस बूथ का शुभारंभ भी किया गया।
उत्तर प्रदेश के गौतम बुद्ध नगर से सीधे रिपोर्ट कर रहे हैं, जहां जनपद की तीनों तहसीलों—दादरी, सदर और जेवर में संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन किया गया। इसका उद्देश्य जनता की समस्याओं का प्रभावी और त्वरित निस्तारण सुनिश्चित करना है। इस दौरान कुल 198 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 13 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया।
दादरी तहसील में मेरठ मंडल के मंडलायुक्त डॉ. हृषिकेश भास्कर यशोद ने संपूर्ण समाधान दिवस की अध्यक्षता करते हुए आम नागरिकों की शिकायतें सुनीं। इस दौरान 132 शिकायतें विभिन्न विभागों से संबंधित आईं, जिनमें से 09 शिकायतों का तुरंत निस्तारण किया गया। मंडलायुक्त ने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि हर शिकायत का समयबद्ध, गुणवत्तापूर्ण और स्थायी समाधान सुनिश्चित किया जाए। इस मौके पर अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार, उप जिलाधिकारी दादरी अनुज नेहरा, पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण तथा संबंधित विभागों के अधिकारी मौजूद रहे।

सदर तहसील में जिलाधिकारी मेधा रूपम ने जनता की शिकायतों का अनुश्रवण किया। यहां कुल 12 शिकायतें दर्ज की गईं, जिनमें से 02 शिकायतों का मौके पर ही निस्तारण किया गया। इसी अवसर पर जिलाधिकारी ने मिशन शक्ति 5.0 अभियान के तहत तहसील सदर में कमरा नंबर 11 में महिलाओं की समस्याओं के समाधान हेतु हेल्प एंड असिस्टेंस बूथ का रिबन काटकर शुभारंभ किया। इस बूथ के माध्यम से महिलाएं आय, जाति, निवास प्रमाण पत्र, विरासत, दाखिल-खारिज से संबंधित कार्यों और विभिन्न जनकल्याणकारी योजनाओं का लाभ एक ही मंच से प्राप्त कर सकेंगी। सप्ताहवार ड्यूटी रोस्टर भी तैयार किया गया है।
इस मौके पर मुख्य विकास अधिकारी डॉ. शिवाकांत द्विवेदी, उप जिलाधिकारी सदर आशुतोष गुप्ता, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. नरेंद्र कुमार, जिला विकास अधिकारी शिव प्रताप परमेश सहित पुलिस विभाग के वरिष्ठ अधिकारीगण और संबंधित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे।

जेवर तहसील में अपर जिलाधिकारी प्रशासन मंगलेश दुबे ने समाधान दिवस की अध्यक्षता की। इस दौरान कुल 54 शिकायतें प्राप्त हुईं, जिनमें से 02 शिकायतों का निस्तारण मौके पर ही किया गया।
संपूर्ण समाधान दिवस के माध्यम से जनता को प्रत्यक्ष संवाद और समस्याओं का त्वरित निस्तारण मिलना प्रशासन की जनता केंद्रित कार्यप्रणाली का स्पष्ट उदाहरण है।
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