मणिपुर के जिरीबाम जिले में पुलिस स्टेशन पर हमले की कोशिश के बाद सुरक्षा बलों की जवाबी कार्रवाई में 11 उग्रवादी मारे गए। स्थिति अभी भी तनावपूर्ण है, और घायल जवानों की देखभाल की जा रही है। मणिपुर में जारी हिंसा के बीच शांति बहाली के प्रयास जारी हैं।
मणिपुर के जिरीबाम जिले में आज सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में कम से कम 11 संदिग्ध कुकी उग्रवादियों की मौत हो गई। स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है और अधिक जानकारी का इंतजार किया जा रहा है। सूत्रों के अनुसार, इस हिंसक घटनाक्रम के दौरान केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के कुछ जवान भी घायल हुए हैं।
पुलिस स्टेशन पर हमला और गोलीबारी की शुरुआत
घटना सोमवार दोपहर की है, जब एक समूह ने पुलिस स्टेशन पर हमला करने की कोशिश की। सुरक्षा बलों ने तुरंत जवाबी कार्रवाई करते हुए 11 हमलावरों को मार गिराया, जबकि एक सुरक्षा अधिकारी गंभीर रूप से घायल हो गया। हमले के बाद, जिरीबाम जिले में स्थिति और अधिक तनावपूर्ण हो गई, खासकर पिछले सप्ताह की घटनाओं के बाद, जब एक आदिवासी महिला की हत्या कर दी गई थी।
मणिपुर में जारी संघर्ष और तनाव
मणिपुर में पिछले साल से मैतेई और कुकी समुदायों के बीच हिंसा जारी है, जिसमें सैकड़ों लोग मारे जा चुके हैं और हजारों लोग विस्थापित हो गए हैं। राज्य सरकार को न्यायालय ने आदेश दिया था कि कुकी समुदाय को दिए गए विशेष आर्थिक लाभों और सरकारी नौकरियों में कोटा को मैतेई समुदाय तक बढ़ाने पर विचार किया जाए। मई 2023 में शुरू हुई हिंसा ने राज्य को भयावह स्थिति में ला खड़ा किया, जिसमें अब तक 250 से ज्यादा लोग अपनी जान गंवा चुके हैं।
शांति बहाली की कोशिशें
मणिपुर पुलिस के प्रमुख, डीजीपी राजीव सिंह ने इस मुश्किल घड़ी में शांति और सामान्य स्थिति बहाल करने के प्रयासों को बढ़ावा दिया। उन्होंने कहा कि हालांकि हालात पहले के मुकाबले बेहतर हुए हैं, लेकिन हिंसा और गोलीबारी की घटनाएं अब भी जारी हैं। उन्होंने सुरक्षा बलों की तत्परता और सहयोगियों के साथ मिलकर राज्य में शांति लाने के लिए कड़ी मेहनत करने का आश्वासन दिया।
अंतर-समूह संवाद की जरूरत
15 अक्टूबर को, राज्य विधानसभा के निर्वाचित सदस्य और विभिन्न समुदायों के प्रतिनिधियों ने इस मुद्दे पर चर्चा की और लोगों से अपील की कि वे हिंसा से दूर रहें। उन्होंने भविष्य में शांति कायम रखने के लिए आपसी संवाद और सहयोग की आवश्यकता को महसूस किया।
मणिपुर में यह कठिन समय है, लेकिन सरकार और सुरक्षा बल हर संभव प्रयास कर रहे हैं ताकि राज्य में शांति स्थापित की जा सके।