जेसएसएस विश्वविद्यालय, नोएडा में मिशन शक्ति 5.0 के तहत छात्राओं को कम लागत से सेनेटरी नैपकिन निर्माण का पाँच दिवसीय प्रशिक्षण दिया गया, जिसमें 80 छात्राओं ने भाग लेकर स्वास्थ्य जागरूकता, तकनीकी दक्षता और आत्मनिर्भरता की दिशा में महत्वपूर्ण कौशल अर्जित किए।
नोएडा। महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने और स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने की दिशा में जेसएसएस विश्वविद्यालय, नोएडा द्वारा एक सराहनीय पहल की गई। विश्वविद्यालय में छात्राओं को कम लागत से सेनेटरी नैपकिन निर्माण का विशेष प्रशिक्षण दिया गया। यह कार्यक्रम उत्तर प्रदेश सरकार के मिशन शक्ति 5.0 अभियान के अंतर्गत आयोजित किया गया, जिसका उद्देश्य महिलाओं की सुरक्षा, गरिमा और सशक्तिकरण को मजबूत करना है।
महिला स्किल सेंटर में आयोजित इस पाँच दिवसीय प्रशिक्षण कार्यक्रम के दौरान छात्राओं को सेनेटरी नैपकिन निर्माण की संपूर्ण प्रक्रिया का व्यावहारिक ज्ञान दिया गया। प्रशिक्षण में लकड़ी के पल्प शीट और नॉन-वोवन फैब्रिक जैसे कच्चे माल के चयन से लेकर लेयर असेंबली, हीट सीलिंग, स्टेरिलाइजेशन और पैकेजिंग तक की तकनीकी जानकारी शामिल रही।

कार्यक्रम के दौरान विशेषज्ञों द्वारा मासिक धर्म स्वच्छता प्रबंधन, गुणवत्ता नियंत्रण और कम लागत में सुरक्षित उत्पाद तैयार करने के तरीकों पर भी विस्तृत चर्चा की गई। छात्राओं को यह भी बताया गया कि सेनेटरी नैपकिन निर्माण किस प्रकार स्वरोजगार और उद्यमिता का एक प्रभावी माध्यम बन सकता है, विशेष रूप से ग्रामीण और वंचित क्षेत्रों में महिलाओं के स्वास्थ्य सुधार के लिए।
इस प्रशिक्षण कार्यक्रम में 80 छात्राओं ने उत्साहपूर्वक भाग लिया। संपूर्ण आयोजन डॉ. आशिमा श्रीवास्तव के मार्गदर्शन में तथा सहायक स्टाफ की निगरानी में सफलतापूर्वक संपन्न हुआ। प्रशिक्षण प्राप्त कर छात्राओं में तकनीकी दक्षता के साथ-साथ आत्मविश्वास और सामाजिक जिम्मेदारी की भावना का भी विकास हुआ।
कार्यक्रम के माध्यम से जेसएसएस विश्वविद्यालय ने न केवल मिशन शक्ति 5.0 के उद्देश्यों को सशक्त किया, बल्कि सतत विकास लक्ष्य 5 (लैंगिक समानता) और सतत विकास लक्ष्य 8 (सम्मानजनक कार्य एवं आर्थिक विकास) की दिशा में भी महत्वपूर्ण योगदान दिया। यह पहल महिलाओं के स्वास्थ्य, स्वावलंबन और सशक्तिकरण के लिए एक प्रेरणादायी कदम के रूप में सामने आई है।
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