गौतमबुद्धनगर | 29 अप्रैल, 2025
जिले में अवैध नशे की गतिविधियों पर पूर्णतः अंकुश लगाने और युवाओं को नशे के दुष्प्रभावों से बचाने हेतु जिलाधिकारी मनीष कुमार वर्मा की अध्यक्षता में आज कलेक्ट्रेट सभागार में नार्को कोर्डिनेशन सेंटर के तहत गठित जिला स्तरीय समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में जिला आबकारी अधिकारी सुबोध कुमार, तंबाकू नियंत्रण प्रकोष्ठ की डॉ. श्वेता खुराना, पुलिस विभाग तथा अन्य संबंधित विभागों के अधिकारीगण उपस्थित रहे।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने स्पष्ट शब्दों में कहा कि जनपद में युवाओं को नशे से बचाना इस समय की सबसे बड़ी सामाजिक आवश्यकता है। उन्होंने कहा कि नशे के स्रोतों को चिन्हित कर उन पर कठोर कार्रवाई की जाएगी, और इसमें किसी प्रकार की लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी।
जिलाधिकारी ने निर्देशित किया कि नशे के अवैध नेटवर्क के खिलाफ अभियान को व्यापक बनाया जाए। मेडिकल कॉलेज, इंजीनियरिंग कॉलेज, विश्वविद्यालयों, निजी शिक्षण संस्थानों, आरडब्ल्यूए सोसाइटीज और स्वयंसेवी संस्थाओं को इस अभियान से जोड़ा जाए ताकि व्यापक जन-जागरूकता फैलाई जा सके। इसके अलावा, पुलिस और अन्य विभागीय अधिकारियों को निर्देशित किया गया कि वे समन्वय स्थापित कर छात्रावासों और पीजी में औचक निरीक्षण करें ताकि ऐसी किसी भी गतिविधि पर तुरंत रोक लगाई जा सके।
उन्होंने सुझाव दिया कि जिले के सभी स्कूलों और कॉलेजों से यह शपथ-पत्र लिया जाए कि उनका कैंपस ‘नशा मुक्त’ है। ऐसे संस्थानों को जिलास्तर पर सम्मानित भी किया जाएगा ताकि दूसरों को भी प्रेरणा मिले।

जिलाधिकारी ने यह भी निर्देश दिए कि आबकारी विभाग जनपद में नशे की सूचना देने के लिए टोल-फ्री नंबर का प्रचार-प्रसार करे, और जानकारी देने वाले की पहचान पूरी तरह गोपनीय रखी जाए।
बैठक में उपस्थित अधिकारियों और स्वयंसेवी संगठनों ने नशा मुक्ति अभियान के तहत अब तक किए गए कार्यों की जानकारी दी और भविष्य की रणनीति को लेकर सुझाव भी साझा किए। जिलाधिकारी ने समिति द्वारा प्रस्तुत सभी सुझावों को गंभीरता से लेते हुए निर्देश दिया कि आपसी समन्वय के साथ जनपद को ‘नार्कोटिक्स फ्री’ बनाए जाने की दिशा में ठोस कार्रवाई सुनिश्चित की जाए।
यह बैठक न केवल प्रशासन की गंभीरता को दर्शाती है, बल्कि यह संकेत भी देती है कि आने वाले दिनों में जनपद में अवैध नशे के कारोबार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई देखने को मिल सकती है।

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