यूपी इंटरनेशनल ट्रेड शो 2025 का चौथा दिन खादी, कौशल विकास और रोज़गार सृजन को समर्पित रहा। सेमिनार, पैनल चर्चा, पुरस्कार समारोह और लोक-संस्कृति प्रस्तुतियों ने इसे परंपरा व आधुनिकता का अद्भुत संगम बना दिया।
उत्तर प्रदेश इंटरनेशनल ट्रेड शो (UPITS 2025) का चौथा दिन पूरी तरह रोज़गार सृजन, कौशल विकास और स्वदेशी वस्त्रों के संवर्द्धन को समर्पित रहा। इस दिन कुल 1,34,938 दर्शक पहुंचे, जिनमें 36,307 बी2बी और 98,631 बी2सी विज़िटर्स शामिल रहे। इस तरह पहले चार दिनों में अब तक 4,00,467 लोग मेले का हिस्सा बन चुके हैं।
खादी पर केंद्रित विशेष संबोधन
कार्यक्रम की शुरुआत कैबिनेट मंत्री राकेश सचान के संबोधन से हुई। उन्होंने कहा, “खादी सिर्फ कपड़ा नहीं, बल्कि हमारे राष्ट्र का गौरव और आत्मनिर्भरता का प्रतीक है।” उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी खादी को टिकाऊ और फैशनेबल वस्त्र के रूप में पुनर्परिभाषित कर रहा है। इसके साथ ही उन्होंने ODOP और एमएसएमई नीतियों को कारीगरों और उद्यमियों के लिए वरदान बताया।

कौशल विकास पर उच्च-स्तरीय विमर्श
गौतम बुद्ध यूनिवर्सिटी द्वारा आयोजित पैनल चर्चा का विषय था – “कौशल विकास हेतु उद्योग-शैक्षणिक संस्थानों के बीच साझेदारी”। इसमें शिक्षा विशेषज्ञों और उद्योग जगत के प्रतिनिधियों ने मिलकर बदलते बाजार की मांग के अनुसार पाठ्यक्रम में सुधार, इंटर्नशिप और व्यावसायिक प्रशिक्षण पर बल दिया।
पीएम विकसित भारत रोज़गार योजना पर प्रस्तुति
कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने इस अवसर पर प्रधानमंत्री विकसित भारत रोज़गार योजना (PM VBRY) की जानकारी दी। इस योजना के तहत नियोक्ताओं को भर्ती सब्सिडी और युवाओं को पहली नौकरी के लिए प्रोत्साहन मिलेगा। खासतौर पर मैन्युफैक्चरिंग सेक्टर को इसमें प्राथमिकता दी गई है।

पुरस्कारों से सम्मानित हुए उद्यमी और नवप्रवर्तक
शाम को हुए भव्य पुरस्कार समारोह में कैबिनेट मंत्री नंद गोपाल गुप्ता ‘नंदी’ और राकेश सचान मौजूद रहे। इसमें उन उद्यमियों, निर्यातकों और नवप्रवर्तकों को सम्मानित किया गया जिन्होंने यूपी की औद्योगिक वृद्धि और वैश्विक पहचान में योगदान दिया।
सीएम युवा कॉन्क्लेव
दिन का सबसे बड़ा आकर्षण सीएम युवा कॉन्क्लेव रहा। यहां कुल 113 स्टॉल लगे, जिनमें 49 चाइज़ ब्रांड, 64 मशीनरी सप्लायर और 26 बिज़नेस ऑन व्हील्स शामिल थे। अब तक 8,300+ बिज़नेस इनक्वायरी और 7,500+ पंजीकरण दर्ज हुए। यह आयोजन इस बात का प्रमाण बना कि यूपी के युवा उद्यमिता, कौशल और नवाचार में अग्रणी भूमिका निभा रहे हैं।

लोक कला और संगीत
व्यापारिक गतिविधियों के बाद इंडिया एक्सपो सेंटर सांस्कृतिक मंच में बदल गया। दर्शकों ने ब्रज का मयूर नृत्य और बुंदेलखंडी लोक नृत्य का आनंद लिया। मुख्य आकर्षण रही गायिका प्रतिभा सिंह बघेल की सूफी और लाइट क्लासिकल प्रस्तुति, जिसने अवध और पूर्वांचल की परंपराओं को जीवंत कर दिया।

समापन की तैयारियां
चार दिनों की गहमागहमी के बाद अब UPITS 2025 अपने अंतिम दिन की तैयारियों में जुटा है। समापन समारोह में कई बड़ी घोषणाओं की संभावना है, जिससे यह आयोजन और भी ऐतिहासिक बन सकता है।
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