प्रधानमंत्री मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने 2024 से 2028 तक प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) के तहत मुफ्त फोर्टिफाइड चावल की आपूर्ति को मंजूरी दी। यह कदम एनीमिया और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से निपटने के लिए महत्वपूर्ण है।
नई दिल्ली, 9 अक्टूबर 2024: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में केंद्रीय मंत्रिमंडल ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना (पीएमजीकेएवाई) और अन्य कल्याणकारी योजनाओं के तहत पोषण युक्त (फोर्टिफाइड) चावल की आपूर्ति को जुलाई 2024 से दिसंबर 2028 तक जारी रखने की मंजूरी दे दी है। यह कदम देश की पोषण सुरक्षा नीति के तहत एनीमिया और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी को दूर करने की दिशा में महत्वपूर्ण मील का पत्थर साबित होगा।
न्यूट्रीशन फोर्टिफिकेशन के लिए निर्णायक कदम
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 75वें स्वतंत्रता दिवस पर दिए गए संबोधन के अनुरूप, यह पहल एनीमिया की समस्या को हल करने और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी को दूर करने के लिए सरकार द्वारा उठाया गया अहम कदम है। फोर्टिफाइड चावल का वितरण पीएमजीकेएवाई सहित अन्य सरकारी कल्याणकारी योजनाओं के तहत किया जाएगा, और इसे पूरी तरह से केंद्रीय वित्त पोषण के तहत लागू किया जाएगा। इसके लिए एक सशक्त और एकीकृत तंत्र भी स्थापित किया जाएगा।
सार्वभौमिक आपूर्ति के लिए मार्च 2024 तक लक्ष्य पूरा
यह पहल अप्रैल 2022 में शुरू की गई थी, और अब तक तीन चरणों में इसे देशभर में लागू किया जा चुका है। सरकार ने मार्च 2024 तक पूरे देश में पोषण युक्त चावल की सार्वभौमिक आपूर्ति का लक्ष्य हासिल करने का वादा किया है।
एनीमिया और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से जूझता भारत
भारत में एनीमिया और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी एक गंभीर स्वास्थ्य समस्या है, जो विशेष रूप से बच्चों, महिलाओं और पुरुषों को प्रभावित कर रही है। राष्ट्रीय परिवार स्वास्थ्य सर्वेक्षण (NFHS-5) के आंकड़ों के अनुसार, आयरन, विटामिन बी12 और फोलिक एसिड की कमी के कारण सार्वजनिक स्वास्थ्य और उत्पादकता पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ रहा है। चावल में पोषक तत्वों का समावेश इन समस्याओं के समाधान का एक प्रभावी तरीका है, क्योंकि भारत की 65% आबादी चावल को मुख्य आहार के रूप में इस्तेमाल करती है।
फोर्टिफिकेशन: स्वास्थ्य सुधार का आसान और प्रभावी उपाय
चावल में पोषक तत्वों को मिलाने की प्रक्रिया (फोर्टिफिकेशन) के तहत आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन बी12 जैसे सूक्ष्म पोषक तत्व चावल में जोड़े जाते हैं। यह न केवल चावल को पोषक बनाता है, बल्कि एनीमिया और सूक्ष्म पोषक तत्वों की कमी से निपटने का प्रभावी तरीका भी है। यह प्रक्रिया दुनियाभर में एनीमिया और पोषण की कमी को दूर करने के लिए सफलतापूर्वक लागू की गई है।
प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत फोर्टिफाइड चावल की निशुल्क आपूर्ति के इस निर्णय से न केवल भारत में पोषण सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि यह देश के आर्थिक और सामाजिक विकास में भी योगदान देगा।
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