उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सुरक्षा, कानून का राज और माफिया विरोधी नीति को सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता बताया।
उत्तर प्रदेश विधानसभा के शीतकालीन सत्र में अनुपूरक बजट पर चर्चा के दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने सरकार की कानून-व्यवस्था और सुरक्षा नीति को मजबूती से सदन के सामने रखा। मुख्यमंत्री ने स्पष्ट कहा कि किसी भी समाज के लिए सबसे पहली आवश्यकता सुरक्षा है। कानून का राज हो, हर व्यक्ति, व्यापारी और बेटी खुद को सुरक्षित महसूस करे— यही इस सरकार की प्राथमिकता है।
सीएम योगी ने कहा कि उनकी सरकार ने केवल बातें नहीं कीं, बल्कि जमीन पर परिणाम दिए हैं, और उत्तर प्रदेश की जनता ने इसका जवाब चुनावी नतीजों के माध्यम से दिया है और आगे भी देगी। विपक्ष पर हमला बोलते हुए उन्होंने पूजा पाल हत्याकांड का जिक्र किया और कहा कि उस समय सत्ता में रही सरकार माफिया के सामने झुक गई थी और एक गरीब बेटी को न्याय नहीं दिला पाई। उन्होंने सवाल उठाया कि जब विपक्ष पीडीए की बात करता है, तो क्या पूजा पाल पीडीए का हिस्सा नहीं थीं?

मुख्यमंत्री ने कहा कि उनकी सरकार ने तय किया है कि बेटी चाहे किसी भी पक्ष की हो, उसे हर हाल में न्याय मिलेगा। उन्होंने बताया कि विजमा यादव को व्यक्तिगत रूप से बुलाकर सुरक्षा का भरोसा दिया गया।
सीएम योगी ने माफियाओं और अवैध कब्जाधारियों को सख्त चेतावनी देते हुए कहा कि चाहे कोई भी हो, अगर किसी स्मारक, पौराणिक स्थल, सरकारी या आबादी की जमीन पर कब्जा करेगा, तो उसे छोड़ा नहीं जाएगा। उन्होंने दो टूक कहा कि अगर कोई माफिया अवैध मॉल बनाकर या वसूली के अड्डे के जरिए अनैतिक गतिविधियां चलाएगा, तो बुलडोजर चलेगा और उसे कोई रोक नहीं सकता।
मुख्यमंत्री के इस आक्रामक और स्पष्ट संदेश को सदन में सत्ता पक्ष ने मजबूती से समर्थन दिया।
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