किसान आंदोलन का आज 5वा दिन है लेकिन किसान आंदोलन थमने का नाम नहीं ले रहा है। किसान सरकार पर दबाव बनाकर अपनी मांगों को पूरा करवाना चाहते हैं, जिसके लिए वह नए नए तरीके अपना रहे है। किसानों ने 16 फरवरी 2024 को भारत बंद का ऐलान किया था लेकिन सरकार ने उनकी इस चेतावनी को नजरअंदाज कर दिया। परंतु पंजाब और हरियाणा में किसानों के आदेश का असर दिखा और वहा पर प्राइवेट बस बंद रही। हिमाचल में भी इसका किसानों भारत बंद का असर दिखा। इसके बाद किसान यही तक ही नहीं थमे, किसान आज यानी शनिवार को हरियाणा में ट्रैक्टर मार्च निकल रहे हैं और वही दूसरी ओर चंडीगढ़ में किसान बीजेपी के बड़े बड़े नेताओं के घरों का घेराव कर रहे हैं।
रविवार को सरकार किसानों के साथ करेगी वार्तालाप
सरकार और किसानों के बीच इससे पहले 2 बार वार्तालाप हो चुकी है लेकिन उससे कोई भी समाधान नहीं निकला। किसान अभी भी अपनी मांगों को पूरा करवाने के लिए शंभू बॉर्डर पर धरना दे रहे है। इसी बीच यह खबर भी आ रही हैं की इस रविवार को किसानों और सरकार के वार्तालाप के बाद किसान आंदोलन में विराम लग सकता है।
किसानों ने सरकार को चेतावनी देते हुए कहा की अगर उनकी मांगों को पूरा नहीं किया गया तो आंदोलन की रफ्तार बढ़ जाएगी। साथ ही दिल्ली एनसीआर की पुलिस और भी ज्यादा चौकन्ना हो गई है। तथा सुरक्षा का पूरा इंतजाम कर दिया गया है।
किसान आंदोलन में जा रही किसानों एवम पुलिस करचारियो की जान
किसान आंदोलन के दौरान एक किसान और पुलिस कर्मचारी की मौत हो गई।
शुक्रवार की सुबह शंभू बॉर्डर पर एक किसान ज्ञान सिंह की ट्रॉली पर धरना देते वक्त मौत हो गई। ज्ञान सिंह ने सीने में दर्द की शिकायत करी थी। शाम को किसान नेताओं ने शंभू बॉर्डर पर उन्हें श्रद्धांजलि दी।
शुक्रवार करीब 3 बजे किसान बैरागेडिंग तोड़ कर आगे बढ़ने की कोशिश कर रहे थे तथा किसानों को रोकने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़े। गैस के गोले छोड़ने से काफी किसानों को चोट आई और पुलिस के अधिकारी हरिलाल की दम घुटने की वजह से मौत हो गई।