नई दिल्ली, 5 जुलाई 2025 | दिल्ली विश्वविद्यालय के रामजस कॉलेज के सभागार में शनिवार को "संकल्प दिवस" का भावभीना आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम राष्ट्रसेविका समिति – मेधाविनी सिंधु सृजन, दिल्ली प्रांत एवं शरण्या द्वारा समिति की संस्थापिका वंदनीय लक्ष्मीबाई केलकर जी (मौसी जी) के अवतरण दिवस के उपलक्ष्य में रखा गया था। इस वर्ष का विषय था—"अलौकिक राष्ट्र प्रेरक एवं दिव्य विभूति वंदनीय मौसी जी"।
मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता का उद्बोधन
दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होकर मौसी जी को श्रद्धांजलि दी। उन्होंने कहा—
“मौसी जी का जीवन नारी शक्ति, राष्ट्र सेवा और सांस्कृतिक चेतना की जीती-जागती मिसाल है। वे आज की पीढ़ी के लिए एक आदर्श पथप्रदर्शक हैं।”
प्रमुख संचालिका शांताआक्का ने साझा किए प्रेरक विचार
मुख्य वक्ता माननीया शांताआक्का, प्रमुख संचालिका, राष्ट्र सेविका समिति ने मौसी जी के जीवन दर्शन और संगठन निर्माण की यात्रा को विस्तार से रखा। उन्होंने कहा—
“मौसी जी ने भारतीय नारी की गरिमा को राष्ट्र निर्माण के केंद्र में स्थापित किया।”
कार्यक्रम की गरिमा बढ़ाने वाले अन्य विशिष्ट चेहरे:
कार्यक्रम अध्यक्ष: श्रीमती पूजा सूर्य, डायरेक्टर, सूर्य रोशनी
विशिष्ट अतिथि: प्रो. (डॉ.) सूर्य और प्रो. अजय कुमार भार्गी, अध्यक्ष, एनडीटीएफ
संचालक मंडली: प्रो. (डॉ.) निशा राणा, डॉ. चारु कालरा, श्रीमती सुनीता भार्ये, श्रीमती अंजू आहूजा
भावनात्मक क्षणों से भरपूर रहा आयोजन
कार्यक्रम में राष्ट्रीय चेतना, मातृशक्ति और सांस्कृतिक मूल्यों को लेकर गीत, विचार और विचारधारात्मक चर्चा प्रस्तुत की गई। श्रोताओं ने मौसी जी के विचारों को भावुकता और श्रद्धा से सुना।
COMMENTS