नोएडा में JSSATE और DSIR की पहल से खोड़ा कॉलोनी की महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए पाँच उद्यमिता विकास कार्यक्रम पूरे हुए। महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन उत्पादन से लेकर डिजिटल मार्केटिंग तक की ट्रेनिंग दी गई।
1 सितंबर जेएसएस अकादमी ऑफ टेक्निकल एजुकेशन (JSSATE), नोएडा के रसायन विज्ञान विभाग ने जून से अगस्त 2025 के बीच गाज़ियाबाद के खोड़ा कॉलोनी की महिला लाभार्थियों के लिए पाँच उद्यमिता विकास कार्यक्रम (EDPs) सफलतापूर्वक पूरे किए। ये कार्यक्रम “कम लागत वाले सेनेटरी नैपकिन उत्पादन हेतु महिला उद्यमिता का विकास” परियोजना के तहत आयोजित हुए, जिसे भारत सरकार के विज्ञान और प्रौद्योगिकी मंत्रालय के वैज्ञानिक और औद्योगिक अनुसंधान विभाग (DSIR) द्वारा TDUPW–A2K+ योजना के अंतर्गत प्रायोजित किया गया है।

प्रशिक्षण सत्रों में SHG गठन, ब्रांडिंग-मार्केटिंग, रिकॉर्ड कीपिंग, वित्तीय योजना, लागत निर्धारण, गुणवत्ता नियंत्रण, MSME पंजीकरण, सरकारी योजनाएँ और बाज़ार वितरण रणनीतियों को शामिल किया गया। विशेषज्ञों ने डिजिटल मार्केटिंग, पर्यावरण-अनुकूल नवाचारों और व्यवसाय प्रबंधन पर व्यावहारिक मार्गदर्शन व केस स्टडी साझा किए।

यह परियोजना डॉ. आशिमा श्रीवास्तव (प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर) और डॉ. प्रतिभा सिंह (को-प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर) के नेतृत्व में संचालित हो रही है। दोनों की परिकल्पना और समर्पित प्रयासों ने इस पहल को सफल बनाया। परियोजना टीम ने डॉ. जगदीश आर.एस. (डीन छात्र कल्याण एवं अकादमिक समन्वयक) का भी विशेष आभार जताया, जिन्होंने लगातार मार्गदर्शन और सहयोग प्रदान किया।

इन पाँचों कार्यक्रमों की सफलता साबित करती है कि JSSATE और DSIR मिलकर महिला सशक्तिकरण और समावेशी उद्यमिता को आत्मनिर्भर भारत की दिशा में सशक्त बना रहे हैं।
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