लखनऊ में चल रहे अवैध फार्मा नेटवर्क का बड़ा पर्दाफाश — गुजरात के मनोहर जैसवाल के स्वामित्व वाली दो कंपनियां जांच के घेरे में। खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग की कार्रवाई से हड़कंप।
राजधानी लखनऊ से इस वक्त की सबसे बड़ी और एक्सक्लूसिव खबर सामने आई है।
प्रदेश के खाद्य सुरक्षा एवं औषधि प्रशासन विभाग ने आयुक्त (औषधि) श्री वी.के. अग्रवाल के निर्देशन में नकली और बिना लाइसेंस चल रहे फार्मा नेटवर्क पर बड़ा शिकंजा कसा है।
ट्रांसपोर्ट नगर, राजाजीपुरम और जानकीपुरम क्षेत्रों में हुई छापेमारी में कई प्रतिष्ठानों पर नियमों का उल्लंघन पाया गया।
जांच के दौरान M/s Idhika Lifesciences और M/s Aarpik Pharmaceuticals Pvt. Ltd. सहित 10 बड़ी फार्मा कंपनियों में गंभीर अनियमितताएं उजागर हुईं।

दोनों कंपनियों के मालिक मनोहर जैसवाल, जो गुजरात में रहते हैं, का लखनऊ में डिपो और गुजरात में निर्माण इकाई है।
छापेमारी में 2600 बोतलें संदिग्ध कफ सिरप बरामद की गईं, जिनका निर्माण व वितरण नियमों के विपरीत पाया गया।
M/s Naimis Dham Medical Store (सीतापुर) ने यह बोतलें खरीदी थीं, जिनमें से 1000 बोतलों की अवैध बिक्री का प्रयास किया गया, लेकिन पुलिस को सूचना मिलते ही कार्रवाई कर दी गई।
टीम में सहायक आयुक्त (औषधि) ब्रजेश कुमार, ओंकार बाबू, फूल सिंह, विवेक कुमार सिंह, शीला सिंह, अशोक कुमार सहित कई अधिकारी शामिल थे।

Palas Pharmaceutical Pvt. Ltd. (कुर्सी रोड, जानकीपुरम) और Shri Shyam Pharma (अमीनाबाद) के प्रतिष्ठान सीलबंद कर दिए गए।
आयुक्त अग्रवाल ने कहा —
“जो लोग लोगों की सेहत से खिलवाड़ कर मुनाफा कमा रहे हैं, उनके खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी।”
अधिकारियों ने स्पष्ट किया कि यह अभियान अब प्रदेशव्यापी स्तर पर जारी रहेगा।
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